मझौवां (बलिया) गंगा में तेजी से हो रहा बढ़ाव से भयभीत हुए ग्राम पंचायत गोपालपुर और ग्राम पंचायत श्रीनगर के लोगों में बाढ़ विभाग के अधिकारियों एवं ठेकेदारों पर समय से कार्य न होने से हजारों की संख्या में कटान पीड़ितों का अभी से ही सुरक्षित स्थान की तलाश रहे हैं।
केन्द्रीय जल आयोग गायघाट गेज के अनुसार सुबह 10 बजे 56.020 सेमी रिकार्ड किया। जबकि 6 सेमी प्रति घंटा के रफ्तार बढ़ रही है। वाराणसी में 2 बलिया में 6 जबकि खतरा बिन्दु 57.615 है ।बाढ़ विभाग को बाढ़ चौकी अब घोषित कर देना चाहिए। बाढ़ विभाग द्वारा डैमेज कंट्रोल का कार्य सुरु कर दिया है। गया है। फ्लड फाइटिंग के तहत गंगा पार से नाव द्वारा बोरियों में बालू भरकर आधे अधूरे स्टाक करने में जुटा। आस पास के तटवर्ती लोगों का कहना है कि गंगा की तेज धारा में जब जाली में भरा बोल्डर पानी में बैठ गया तो क्या पार्को पाइन में पेड़ो की टहनियों और बालू , मिटी भरी बोरियों से स्पर की सुरक्षा होगी । क्या बाढ़ विभाग का इसी दिन का इन्तजार कर रहा है। लोगों का कहना है कि 30 जुलाई तक कटान रोधी कार्य का पूरा नहीं होना बाढ़ विभाग और कार्य दायीं संस्था के ठेकेदारों पर सवालियां निशान खड़ा करता है। जबकि गंगा के पानी में तेजी से बढ़ाव जारी है। वही सुघर छपरा में कार्यदायी संस्था ने संसाधन के अभाव में आधा अधूरा कार्य करके छोड़ दिया है । गांव के लोगों का कहना है कि समय रहते अगर कटान रोधी बचाव कार्य बाढ़ आने से पहले पूरा हुआ होता तो कटान से बचने की कुछ उमीदें थी। लेकिन अब स्थिति और भयावहः हो गयी हैं अब गंगा में बाढ़ आने के बाद कटान से बचना मुश्किल सा लगता है।