आजमगढ़– निजामाबाद थाना क्षेत्र के फरिहा गांव निवासी प्रमोद कुमार पुत्र इंद्रमणि का को यूनियन बैंक की शाखा फरिहा में धोखे से अज्ञात युवक द्वारा एटीएम कार्ड बदलकर ₹50000 रूपए निकाले।
प्रमोद कुमार अपने पिता इंद्रमणि का एटीएम कार्ड लेकर फरिहा स्थित यूनियन बैंक की शाखा के एटीएम पर बृहस्पतिवार को दोपहर को पहुंचा एटीएम के बगल में ही खड़े दो अज्ञात युवकों ने एटीएम देखने के बहाने कार्ड बदल लिया और कार्ड बदलकर रफूचक्कर हो गए अन्य जगह से कार्ड के द्वारा दूसरे खाते में ट्रांजैक्शन और एटीएम से नगदी निकासी की सुबह तक ₹50000 रुपए निकाल लिए पीड़ित को ठगी का एहसास तब हुआ जब उसके मोबाइल पर मैसेज आया बैलेंस चेक करने पर खाते से ₹50000 निकल चुका था बैंक में पहुंचकर एटीएम को ब्लॉक करवाया और इसकी सूचना फरिहा चौकी इंचार्ज नवल किशोर सिंह को दिया पुलिस बैंक पहुंचकर सीसीटीवी फुटेज लिया और ट्रांसफर किए गए रुपए का विवरण भी बैंक से निकाल लिया अब फुटेज के माध्यम से पुलिस पहचान करने में जुटी हुई है चौकी फरिहा छेत्र मे चोरों की है चाँदी.फरिहा पुलिस चौकी प्रभारी व पुलिसकर्मीयों को पीड़ितों के दर्द का एहसास बिल्कुल नहीं फरिहा चौकी छेत्र इनके इंजॉय का बना है अड्डा.
विगत दिनों मे फरिहा पुलिस चौकी छेत्र मे दर्जनों चोरियों की बड़ी घटना हो चुकी है कुछ का पुलिस ने मुक़द्दमा दर्ज किया और बहुत सी चोरियों का मुक़द्दमा दर्ज करने से परहेज़ भी किया पीड़ितों को आसवासन दिया कि मुक़द्दमा दर्ज से ही समाधान नहीं होता है आप भी अपने स्तर से चोरी का पता करो व् पुलिस भी करेगी लेकिन अभी तक न एक चोर पकड़ा जा सका हैं न ही किसी चोरी के मुक़द्दमे का पुलिस खुलासा कर सकी है इस का जीता जागता उदाहरण फरिहा गाँव निवासी हाजी अफ़्फान पुत्र अनीस हैं उनके घर मे 28,28 अक्टूबर की रात्रि में चोरों घुस कर कबाट व पेटी का ताला तोड़ कर ज़ेवर नक़द लग भग दो लाख का समान पर चोरों ने हाथ साफ़ किया था सुबह मे जब इसकी सूचना घर वालों को हुई तो पुलिस को सूचना दी गई मोके पर डाक टीम के साथ फ़िंगर टीम पहुँची आज दो महीना से अधिक समय हो गया है इसमें कोई कार्यवाही नहीं हो सकी है बड़ागाँव निवासी कन्हैया चौहान पुत्र मुघनाथ चौहान कि लाखों भैंस चोर खोल ले गये लेकिन चौकी प्रभारी ने मुकदमा दर्ज नही किये वहीं फरिहा गांव निवासी तबरेज़ पुत्र वली का ट्युबेल मोटर चोर दो बार खोल ले गये फरिहा चौकी से थाना निज़ामाबाद व पुलिस अधिक्षक आज़मगढ़ तक पीड़ित दोडता रहा लेकिन कोई समाधान नहीं निकला.
एडवोकेट – शाहआलम फराही की रिपोर्ट