लखनऊ।
राजधानी लखनऊ के सरोजनी नगर में 01 अक्टूबर 2021, को आगामी विधानसभा चुनाव- 2022 के चुनावों को लेकर एक अहम बैठक का आयोजन किया गया।
जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में पूर्व पिछड़ा वर्ग आयोग के सदस्य अनिल यादव पधारे। वही बैठक का संचालन विकास सेन शास्त्री ने किया।
सर्वप्रथम पदाधिकारियों ने अनिल यादव का स्वागत फूलमालाओं से किया, उसके बाद संचालन कर रहे जिला उपाध्यक्ष विकास सेन शास्त्री ने कहा कि 2022 का चुनाव विकास कार्यो पर होगा। और 2022 में जनता अखिलेश यादव को मुख्यमंत्री बनते देखना चाहती है।
जिस प्रकार से इबल इंजन की सरकार हेाते हुए भी प्रदेश विनाश की तरफ जा रहा है। डीजल, पेट्रोल, गैस आदि के दाम में बढ़ोत्तरी हो रही है। नौकरियाॅ/धंधे खत्म हो रहे है, और स्कूलों में भी मनमाने ढ़ंग से फीस वसूल की जा रही है। हत्या का ग्राफ चरम पर है ये सब मौजूदा सरकार की विफलता को दिखाता है।
इस कड़ी में पिछड़ा वर्ग आयोग के सदस्य अनिल यादव द्वारा बैठक को सम्बोधित करते हुए कहा गया कि प्रदेश में अखिलेश यादव की लहर चारों तरफ चल रही है।
वही पूरे प्रदेश मे इस सरकार में सबसे ज्यादा ब्राह्मण भाईयों एवं गुरूओं की हत्याएं हो रही है तथा कानून के रक्षक ही कानून के भंक्षक बन कर आम जनता का फर्जी एकाउन्ट कर रहे है।
इस समय हर एक वर्ग भाजपा के कार्यो एवं नीतियों से परेशान है। चारो तरफ सिर्फ बेरोजगारी, हत्याएं, मंहगाई की मार है।
सरकार केवल होल्डिंग, बैनरों तथा पेपरों में विज्ञापन के माध्यम से ही विकास कार्य कर रही है। भूतल पर विकास कही दूर-दूर तक नज़र नहीं आ रहा है।
अब हमें बूथ स्थल पर समाजवादियों को मजबूत करने की जरूरत है। हमें हमारे नेता अखिलेश जी के हाथों को मजबूत कर 2022 में सरकार बनाना है।
बैठक में मुख्य रूप से सम्बोधन करने वालो में अश्विनी मिश्रा, राहुल, राजकरण सिंह, महेश तिवारी, रघुनन्दन मिश्रा, अभय सिंह, जितेन्द्र यादव, रोहित शुक्ल, दीपेन्द्र तिवारी, रवि गुप्ता, सोनू शर्मा, पंकज शर्मा, सूरज अरोड़ा आदि मौजूद रहे।
लखनऊ से ब्यूरो सत्तार खान की रिपोर्ट।