
ब्यूरो रिपोर्ट
लखनऊ हरिहर नगर, मुंशी पुलिया से लगभग 2 किलोमीटर की दूरी पर का है पूरा मामला
नगर निगम जोन–7 | इस्माईलगंज द्वितीय वार्ड
राजधानी लखनऊ के नगर निगम जोन–7 अंतर्गत इस्माईलगंज द्वितीय वार्ड स्थित हरिहर नगर में प्रशासनिक लापरवाही का खतरनाक चेहरा सामने आया है।

वही आपको बताते चले कि DK मैरिज लॉन से लेकर अजय नगर पीपल के पेड़ तक मुख्य सड़क किनारे बना नाला कई स्थानों पर पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो चुका है, जो किसी भी समय बड़े हादसे को खुली चुनौती दे रहा है। न ढक्कन, न बैरिकेडिंग,न ही चेतावनी संके सीधा खतरे का, साफतौर पर दिखाई दे रहा है, लेकिन जिम्मेदारों की नजर अब भी बंद है।

दुकानों और रिहायशी मकानों के ठीक सामने खुले इस नाले के कारण स्थानीय लोग दहशत में हैं। सुबह और शाम की व्यस्त घड़ियों में स्कूली बच्चे, बुजुर्ग और महिलाएं जान जोखिम में डालकर आने-जाने को मजबूर,
कई स्थानों एवं दुकानों के सामने बने प्लेटफॉर्म और सीढ़ियां जर्जर होकर टूट चुकी हैं, जिससे जरा-सी चूक सीधे नाले में गिरने का कारण बन सकता है,हालत यह है कि शाम के समय यहां रोज़ाना जाम जैसी स्थिति बन जाती है, जिससे दुर्घटना की आशंका और बढ़ जाती है।
नाले में भरा गंदा पानी और कचरे का अंबार न सिर्फ बदबू और गंदगी फैला रहा है, बल्कि संक्रामक बीमारियों को भी खुला न्योता दे रहा है। स्थानीय लोगों का कहना है कि कई बार नगर निगम और जनप्रतिनिधियों से शिकायत की गई, लेकिन नतीजा शून्य रहा। केवल आश्वासन मिले, ज़मीन पर कोई काम नहीं हुआ।
व्यापारियों का आरोप है कि प्रशासन किसी बड़ी अनहोनी का इंतजार कर रहा है। बरसात के दिनों में स्थिति और भी भयावह हो जाती है, जब नाले का पानी सड़क पर फैल जाता है, फिसलन बढ़ जाती है और राहगीरों के गिरने की घटनाएं आम हो जाती हैं।
स्थानीय नागरिकों ने नगर निगम से तत्काल कार्रवाई की मांग करते हुए कहा है कि नाले को पक्के ढक्कन से ढका जाए, सुरक्षा बैरिकेडिंग लगाई जाए और क्षतिग्रस्त सड़क व प्लेटफॉर्म की तुरंत मरम्मत कराई जाए।
सवाल सीधा है—क्या नगर निगम किसी मासूम की जान जाने के बाद ही जागेगा, या समय रहते हरिहर नगर के लोगों को इस जानलेवा नाले से राहत मिलेगी?
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