वाराणसी:-
संवाददाता मानिस यादव –
दिन बृहस्पतिवार को 18वें लोकसभा के लिए फार्मेसी काउंसिल ऑफ इंडिया और अशोका इंस्टीट्यूट सहित वाराणसी के विभन्न फार्मेसी संस्थानों के सहयोग से स्वर सामग्री पद्मभूषण गिरजा देवी संस्कृति संकुल सभागार में मतदाता जागरूकता अभियान के तहत शतप्रतिशत मतदान के लिए शपथ दिलाई गई।
कार्यक्रम में पधारे अतिथियों का पुष्प गुच्छ देकर स्वागत किया गया तत्पश्चात कार्यक्रम का उद्घाटन फार्मेसी काउंसिल ऑफ इंडिया के प्रेसिडेंट डॉ मोंटू कुमार पटेल ने दीप पजवलन के साथ किया।
इस अवसर पर अशोक इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड मैनजमेंट, काशी इंस्टीट्यूट ऑफ फार्मेसी, वारणसी कॉलेज ऑफ फार्मेसी, के जे कॉलेज ऑफ फार्मेसी, मिशन कॉलेज ऑफ फार्मेसी, आशा कॉलेज ऑफ फार्मेसी, अपेक्स कॉलेज ऑफ फॉर्मेसी, हरिश्चंद्र कॉलेज ऑफ फार्मेसी, ये सभी बी फार्म और डी फार्म के चेयरमैन, निर्देशक शिक्षक गण एवं संस्थान के छात्र छात्राएं उपस्थित थे।
कार्यक्रम में उपस्थित अतिथियों का स्वागत उद्बोधन आशा एजुकेशन ट्रस्ट के चेयरमैन श्री प्राभात सिंह ने किया।
सम्बोधन की कड़ी में महामना मालवीय मिशन के राष्ट्रीय महामंत्री डॉ वेद प्रकाश ने समारोह में उपस्थित छात्रों को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि वह अपना मतदान तो करें औऱ साथ में अपने परिवार के सदस्य एवं आसपास के लोगों को भी मतदान करने के लिए प्रेरित करें । तत्पश्चात वाराणसी के मेयर अशोक तिवारी एवं गुजरात प्रदेश के पूर्व विधायक जगदीश पटेल ने समारोह को संबोधित किया।
मुख्य वक्ता फार्मेसी काउंसिल आफ इंडिया के प्रेसिडेंट डॉक्टर मंटू कुमार पटेल ने अपने संबोधन में उपस्थित सभी फार्मेसी कॉलेज के छात्राओं व उनके प्रतिनिधियों को लोकतंत्र की मजबूती के लिए सत प्रतिशत मतदान करने की अपील की और उन्होंने सभी कॉलेजों के प्रबंधकों से कहा कि भारत के लोकतंत्र को मजबूती के लिए यह एक ऐसा अवसर है जिसमें हम अपनी भूमिका को निभाते हुए समाज को एक लोकतंत्र मजबूत सरकार दे सके क्योंकि मजबूत राष्ट्र के कारण किसी भी देश की तरक्की हो सकती है संबोधन के पस्चात समारोह में उपस्थित सभी को सत प्रतिशत मतदान करने की शपथ भी दिलाई गई।
समारोह में उपस्थित अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापन अशोका इंस्टीट्यूट आफ टेक्नोलॉजी एंड मैनेजमेंट के फार्मेसी निदेशक डॉ बृजेश सिंह ने किया कार्यक्रम का संचालन अशोका इंस्टीट्यूट के प्रोफेसर गौरव कुशवाहा ने किया और अंतिम में कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान के साथ हुआ।