पैगी कमिटी की ओर से 150 साल पुराना जुलूस निकाला गया।
नंगे पैर, सिर पर टोपी और हाथो में अलम लिए या हुसैन की सदाओ के साथ जुलूस लेकर पहुचे छोटे इमामबाड़े।
बारिश के बीच सदर बाजार से कैसरबाग, गोलागंज, वजीरगंज, डालीगंज होते हुए पहले पहुचे दरिया वाली मस्जिद।
दरिया वाली मस्जिद पहुचकर इमाम को बोसा देकर की जियारत।
दरिया वाली मस्जिद से निकलकर बड़े इमामबाड़ा में मेहंदी के जुलूस में शरीक होकर पहुचे छोटे इमामबाड़े।
*लखनऊ से संवाददाता करमवीर यादव की रिपोर्ट।*