गावं में चल रहे स्वंम सहायता समुह के महिलाओं ने भी ठोकी दावेदारी
संवाददाता मनीष यादव
खेतासराय(लखमापुर)
स्थानीय थाना क्षेत्र के लखमापुर गांव में शनिवार की सुबह पंचायत भवन पर कोटे के आवंटन को लेकर खुली बैठक आयोजित की गई। यह बैठक पुराने कोटे के रद्द होने के बाद नए कोटे के लिए बुलाई गई थी, जिसमें भारी संख्या में ग्रामीण शामिल हुए। हालांकि, बैठक अंततः बेनतीजा रही और कोटे का आवंटन नहीं हो सका।
बैठक के दौरान 11 स्वयं सहायता समूहों ने व कुछ ग्रामीणों ने भी कोटे के लिए प्रार्थना पत्र दिया, जिनमें प्रमुख रूप से शामिल थे:
डॉ. आंबेडकर आजीविका स्वयं सहायता समूह ,चंद्रशेखर आजाद आजीविका स्वयं सहायता समूह, महालक्ष्मी, महात्मा गांधी, जय मां संतोषी, जय बोलेनाथ, जय मां शीतला, जय मां सरस्वती, श्री गणेशा आदि आजीविका स्वयं सहायता समूह
ग्रामीणों ने मांग की कि कोटा किसी समूह को न देकर सीधे जनता के बीच से किसी योग्य व्यक्ति को दिया जाए। वहीं, समूहों का कहना था कि सरकार की गाइडलाइन के अनुसार प्राथमिकता स्वयं सहायता समूहों को ही दी जानी चाहिए। समूह की ओर से नेहा नामक महिला ने कहा कि “उत्तर प्रदेश सरकार की मंशा है कि महिलाओं के स्वयं सहायता समूहों को आत्मनिर्भर बनाने हेतु कोटे जैसी व्यवस्थाएं दी जाएं। बैठक में दोनों पक्षों में तीखी बहस भी हुई, लेकिन किसी निष्कर्ष पर नहीं पहुंचा जा सका। गांव की बड़ी संख्या में उपस्थिति और संवेदनशीलता को देखते हुए पुलिस बल भी मौके पर मौजूद रहा। फिलहाल कोटे का मामला लंबित है और अगली कार्रवाई का इंतजार किया जा रहा है।